सोमेश सावन - मेरे प्यारे, मेरे वसंत (कविता)
सोमेश सावन - मेरे प्यारे, मेरे वसंत (कविता)
फिर से आओ एक बार।
कर रहा हूं तेरा इंतजार।
मुझे खुशियां दे तू अनंत,
मेरे प्यारे , मेरे बसंत ।।
तुझे मै भूल नहीं पाया।
दूर थी तेरी भी छाया।
खोजता तुझे है तेरा कंत,
मेरे प्यारे , मेरे बसंत ।।
खिलेंगे फिर उपवन में फूल।
माफ कर दे तू मेरी भूल।
कभी न होगा प्यार का अंतमेरे प्यारे,
मेरे बसंत ।।
तुझे खुशियां दूंगा मैं अनंत।
मेरे प्यारे , मेरे बसन्त।।
- सोमेश सावन
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